Goli Vada Pav Story : आज आप सब के लिए बेस्ट मोटिवेशनल स्टोरी लाया हूं,दोस्तो आज हम लोग जानेगे कोई वड़ा पाव बेचकर कैसे बन गया करोड़ का टर्न ओवर करने वाली कंपनी ।
दोस्तों यह कहानी है वेंकटेश अय्यर की जिन्होंने ,जिन्होनें एक छोटे से दुकान से कैसे बनाया वोडा पाव ब्रांड ।
Goli Vada Pav Story :
तमिलनाडु के एक ब्राह्मण परिवार में जन्मे वेंकटेश का बचपन से ही पढ़ाई में मन नहीं लगता था, बचपन से ही उनको ताने मिहने मिलाते थे , पढाई लिखाई नहीं करोगे तो वोडा पाव बेचना पड़ेगा, लेकिन उनका पढाई में मन लगता ही नहीं था,
जब वो बड़े हुए तो महाराष्ट्र के शहर मुंबई में आए जब वो बीटी स्टेशन पर पहुंचे जो आज सीएसटी स्टेशन के नाम से है तो वो मैकडोनाल्ड के 40 फीट लंबा बैनर देखे,
तो फिर माइंड मी आइडिया आया, अगर एक विदेशी कंपनी यहां आ कर बर्गर बेच कर सफल है
तो मैं वोडापाव बेचकर क्यों नहीं,तो बस क्या था उनके ये आइडिया ने आज एक ब्रांड बिजनेस बना दिया
जिसे शुरू किया 2004 में मैंने किया था ,
Goli Vada Pav की स्थापना 2004 की
वेंकटेश अय्यर की पहली दुकान 2004 में थाने में ओपन किया, वेंकटेस की मुताबित मुंबई में छोटी बड़ी पार्टियों में वोडा पाव अवस्या रहता है चाय स्कूल में बच्चों का प्रोग्राम हो या क्रिकेट स्टेडियम में दर्सको का यह पहला पसंद है,इसलिए वेकंटेश ने वड़ा पाव को ही अपने बिज़नेस के रुप में चुना था।
Goli Vada Pav 350 से भी ज्यादा आउटलेट
गोली वड़ा पाव कंपनी के संस्थापक वेंकटेश अय्यर की इस कंपनी के देशभर में आज 350 आउटलेट्स हैं।
लेकिन वेंकटेश के परिवार वालों ने यह कभी नहीं सोचा था कि वड़ा पाव बेचकर ही वो इतनी सफलता हासिल कर लेंगे। वेंकटेश ने इसी वड़ा पाव से 50 करोड़ रुपये का फूड बिजनेस खड़ा किया है। वेंकटेश इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति से प्रभावित हैं। वो जरूरतमंद बच्चों की पढ़ाई में भी कदम बढ़ा रहे हैं।
वेंकटेश के बिजनेस की सफलता को देखते हुए उनकी कामयाबी पर हावर्ड बिजनेस स्कूल, आईएमडी स्विट्जरलैंड और आईएसबी हैदराबाद जैसे संस्थानों ने केस स्टडी की है। एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले वेंकटेश ने इतनी बड़ी सफलता हासिल करके एक मिसाल कायम की है।